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Blue Sapphire (Neelam)  (Neelam) Gemstone?

Blue Sapphire (Neelam)  (Neelam) is the gem of Saturn planet (Shani) . Wearing Neelam is beneficial for calming the evil effects and suffering of Saturn (Shani). The rays emanating from the planet Blue Sapphire (Neelam)  are effected in 24 hours. Blue Sapphire (Neelam)  (Neelam) is considered to be an extremely valuable gem.

Who should wear it?

Wearing Blue Sapphire (Neelam)  Gemstone proves beneficial for Capricorn and Aquarius natives. Also, those who are having trouble with Saturn's (Sadesati) are also advised to wear Blue Sapphire (Neelam) . Apart from this, a person with rashi Gemini, Virgo Taurus and Libra  should wear Neelam Ratna. If Saturn is the lord of the first, fourth, fifth, ninth and tenth house in the horoscope, then the Blue Sapphire (Neelam)  gem should be worn. Apart from this, if the Mahadasha of Saturn,Antardasha , Pratyantardasha or Sadesati of Shani, then the Blue Sapphire (Neelam)  (Neelam)  should be worn.

who associated with machine-technology and speaking-related areas and  garments , people associated with the education sector are beneficial by wearing Neelam.

. Apart from this the person associated with arts and sciences, medical field, clothes, food, cosmetic, jewelry, education sector, film-media, farming-agriculture, tour-travel, building construction, stock market, events, courts, marketing, management, politicians , Administrative, small and cottage industries, people associated with the institution, dairy farms, banking sector, people associated with song, music and art are benefited by wearing Neelam Ratna.

(Wearing Neelam Ratna duly consecrated and chanting 1.25 lakh mantras is beneficial.)

The mantra to wear - "Om Prang Pring Prong Sah Shnaishchray Namah" (“ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:”)

Benefits of Blue Sapphire (Neelam)  gemstone?

mental power deprivation or memory is weak, student life, hindrance in higher education, frequent failure in examinations, if there is any problem related to children, holding Blue Sapphire (Neelam)  gems would be beneficial.

Particularly from marital family view, not getting married, having problems like this if the woman and man are wearing Blue Sapphire (Neelam)  gems, Soon marriages are formed.

Apart from this, if the relationship between husband and wife is not good after marriage or if there is a situation of separation due to deteriorating relationship, then wearing this Blue Sapphire (Neelam)  gem will strengthen the relationship.

Apart from this, there is a benefit in wearing Blue Sapphire (Neelam)  gems if there are problems in physical relationship, problems in having children, or if the health of the husband or wife is not well, or Mangli Dosh in the horoscope, lack of quality in Ashtakoot Melapak or bad Yoga in the horoscope.

The body relieves problems related to health, getting sick again and again, especially troubles related to stomach, heart, head, nerves. Less attainment by hard work, excess of expenses, inadequate of money, unreasonable expenses, problems to parents, not having a proper family relationship, problems related to home, land-building, vehicle, problems with debt sickness, trouble in going abroad, problem in job or employment, loss of reputation, promotion If there is obstruction, wearing Blue Sapphire (Neelam)   Gems leads to progress and prosperity in every field.

People related to student life, people related to educational fields, politicians, clothes, catering, iron, medicine, cosmetic (cosmetics), consultancy, arts-science, science and technology, media-film, tour-tourism etc. Wearing Blue Sapphire (Neelam)  gems will be very beneficial.

 

How does Blue Sapphire (Neelam)  gemstone affect the body?

Just as we take advantage of the TV channel sitting at home through the rays of Satellites, in the same way, the auspicious rays of the planets enter the body through the Gemstone, we get the benefit. The significance of the gemstone is that it has a unique kind of vibrancy. Which makes you a protective shield of your positive energy, so that negative and external energies do not disturb you.

Why take it from us?

* Genuine gemstone from our institute is given with a guarantee along with a lab certificate of authenticity which is certified by a lab recognized by the Government of India.

* Gemstone from our institute is given in a ring or pendant of silver or ashtadhatu.

* According to the name, gotra and rashi of the gem holder from our institution, they are given to them by worshiping and performing rituals.

* A complete description of which day and time to wear the gemstone is given. (You just have to wear gems.)

* Apart from this, if you have any type of question, then you can contact us anytime.

नीलम रत्न ?

नीलम शनि ग्रह का रत्न है। नीलम रत्न गहरे नीले तथा बैंगनी रंग में पाया जाता है। शनि ग्रह के बुरे प्रभाव और पीड़ा शांत करने के लिए नीलम (Neelam) धारण करना लाभदयक होता है । इसे अंग्रेजी में ब्लू-सफायर जेमस्टोन कहा जाता है। इसे नीलमणि, सेफायर, इंद्र नीलमणि, याकूत, नीलम, कबूद भी कहा जाता है। नीलम ग्रह से निकलने वाले किरणों का प्रभाव 24 घंटो में हो जाता है।

किसे धारण करना चाहिए ?

मकर तथा कुंभ राशि के जातकों के लिए नीलम रत्न धारण करना लाभकारी साबित होता है। साथ ही जिन लोगों को शनि की साड़ेसाती से परेशानी हो रही हो उन्हें भी नीलम धारण करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा मिथुन, कन्या वृष तथा तुला राशि या लग्न वाले व्यक्ति को नीलम रत्न धारण करना चाहिए। यदि जन्मकुंडली में शनि प्रथम , चतुर्थ , पंचम, नवम एवं दशम भाव का स्वामी हो तो नीलम रत्न धारण करना चाहिये। इसके अलावा शनि की महादशा, अंतर्दशा, प्रत्यंतर्दशा हो या शनि की साढ़ेसाती हो तो नीलम रत्न धारण करना चाहिए।

नीलम रत्न मशीन-टेक्नोलॉजी एवं बोलने से संबंधित क्षेत्र तथा कपडा, शिक्षण क्षेत्र से जुड़े लोगो को धारण करने से लाभ होता है। इसके अलावा कला एवं विज्ञान, मेडिकल क्षेत्र, कपडा, खान-पान, कॉस्मेटिक, ज्वेलरी, शिक्षण-क्षेत्र, फिल्म-मीडिया ,खेती- कृषि , टूर-ट्रेवल, भवन निर्माण ,शेयर मार्केट , इवेंट , न्यायालय , मार्केटिंग , मैनेजमेंट , राजनेता , प्रशासनिक ,लघु एवं कुटीर उद्योग , संस्था से जुड़े लोग ,डेयरी फार्म ,बैंकिंग क्षेत्र , गीत-संगीत एवं कला से जुड़े व्यक्ति को नीलम रत्न धारण करने से लाभ होता है।

(नीलम रत्न को विधिवत प्राणप्रतिष्ठा करके सवा-लाख मन्त्रों का जप करके धारण करने से लाभ होता है।)

धारण करने का मंत्र- “ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:”

नीलम रत्न के लाभ ?

मन में अशांति, पढाई में मन न लगना या पढाई में रूकावट, मानसिक शक्ति का ह्राष या याददाश्त कमजोर हो , विद्यार्थी जीवन में, उच्च शिक्षा में रूकावट , परीक्षा में बार बार असफल होना ,संतान से संबंधित कोई परेशानी हो तो , नीलम रत्न धारण करने से लाभ होता है। खासकर वैवाहिक पारिवारिक दृश्टिकोण से विवाह न हो पाना , विवाह में बात का न बन पाना , बनते बनते कट जाना , विवाह तय होकर कट जाना , विवाह में बिलम्व हो ना , इस तरह की परेशानी हो तो स्त्री एवं पुरूष को नीलम रत्न धारण करने से से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। इसके अलावा विवाह के बाद पति-पत्नी के संबंध ठीक नहीं रहते हो या आपसी संबंध खराब होने के कारन अलग होने की स्थिति बन जाय तो यह नीलम रत्न धारण करने से संबंध मजबूत होता हैं। इसके अलावा शारीरिक संबंध में परेशानी, संतान होने में परेशानी या पति पत्नी के स्वस्थ्य ठीक नहीं रहते हो , या जन्मकुंडली में अष्टकूट मेलापक में गुण का कम मिलना या कुंडली में वैधव्य योग हो तो नीलम रत्न धारण करने से लाभ होता हैं। शरीर स्वस्थ्य से संबंधित परेशानी ,बार बार बीमार पड़ना , खास कर पेट , हृदय, सर , नसों से संबंधित कष्ट को दूर करता है। मेहनत से कम प्राप्ति , खर्च की अधिकता , पैसे की वचत नहीं हो पाना ,अकारण व्यय , माता -पिता को परेशानी , पारिवारिक संबंध ठीक न रहना ,घर-माकन, भूमि-भवन वाहन से सम्बंधित परेशानी , ऋण रोग शत्रु से परेशानी , विवाह में विलम्ब होना या बात नहीं बन पाना या बनकर कट जाना , विवाह के बाद पति-पत्नी के सम्बन्ध ठीक न होना , देश-विदेश जाने में परेशानी , नौकरी या रोज़गार में परेशानी, प्रतिष्ठा की हानि , प्रमोशन में रूकावट हो तो नीलम रत्न धारण करने से प्रत्येक क्षेत्रों में उन्नति एवं प्रगति होती है। विद्यार्थी जीवन , शिक्षण क्षेत्रों से जुड़े लोग , राजनेता , कपडा , खानपान , लोहा एवं मशीन, चिकित्सा , कॉस्मेटिक (सौंदय्र प्रसाधन), कंसल्टेंसी , कला -विज्ञान, साइंस-टेक्नोलॉजी , मीडिया-फ़िल्म , पर्यटन- वाहन इत्यादि व्यवसायों से जुड़े लोगो को नीलम रत्न धारण करने से लाभ होता है।

शरीर के ऊपर नीलम रत्न का प्रभाव कैसे होता हैं ?

जिस प्रकार हम सेटेलोइट के किरणों के द्वारा घर बैठे टीवी चैनल का लाभ उठाते है उसि प्रकार ग्रहो की शुभ किरणे रत्न के द्वारा शरीर में प्रवेश करती है , इससे हमें लाभ की प्राप्ति होती है। रत्न का महत्व यह है कि इसमें अनोखे तरह का स्पदंन होता है। जो आपके लिए आप की सकारत्मक ऊर्जा का सुरक्षा कवच बना देता है, जिससे नकारात्मक एवं बाहरी ऊर्जाएं आपको परेशान नहीं कर पातीं।

हमारे यहाँ से क्यों ले ?

* हमारे संस्थान से असली रत्न गारंटी के साथ दिया जाता है जिसके साथ असली होने का लैब सर्टिफिकेट होता है जो भारत सरकार से मान्यता प्राप्त लैब के द्वारा प्रमाणित होता है।

* हमारे संस्थान से रत्न को चांदी या अष्टधातु के अंगूठी या पेंडंट में निर्मति करके दिया जाता है।

* हमारे संस्थान से रत्न धारक के नाम एवं ग्रहों के अनुसार पूजा एवं अनुष्ठान के द्वारा अभिमंत्रित करके दिया जाता है ।

* रत्न को किस दिन एवं किस समय धारण करना हैं इसका सम्पूर्ण विवरण लिखकर दिया जाता है। (आपको सिर्फ रत्न धारण करना होता है। )

* इसके अलावा किसी प्रकार का प्रश्न हो तो आगे कभी भी आप संपर्क कर सकते है।

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