Ruby is the Gemstone of the planet Sun. This gemstone is found in Red, Pink color and is also found to be a star at the top, which is called a Ruby Star. Manikya (ruby) is considered to be an extremely valuable gem.
Apart from the Leo sign, a person with Aries, Sagittarius, Pisces, Cancer, Gemini and Virgo or Ascendant should be wear.
If the Sun is the lord of the first, fourth, fifth, ninth and tenth house in the horoscope, then ruby gemstone should be worn. Apart from this, if the Mahadasha, intuition, reverse condition of the Sun, then the Ruby Gemstone should be worn. It is very useful for who work in medical field, clothing, food, cosmetic, jewelry, education sector, film-media, farming- agriculture, tour-travel, building construction, stock market, events, courts, marketing, management, politicians, administrative, small and People associated with cottage industries, institutions, dairy farms, banking sector, songs, music and art are benefited by wearing ruby gems. (Manik Ratna is duly worshiped and chanted 1.25 lakh mantras and wears it.)
The mantra to wear - "Om Surya Namah"
mental power deprivation or memory is weak, student life, hindrance in higher education, frequent failure in examinations, if there is any problem related to children, holding ruby gems would be beneficial.
Particularly from marital family view, not getting married, having problems like this if the woman and man are wearing ruby gems, Soon marriages are formed.
Apart from this, if the relationship between husband and wife is not good after marriage or if there is a situation of separation due to deteriorating relationship, then wearing this ruby gem will strengthen the relationship.
Apart from this, there is a benefit in wearing ruby gems if there are problems in physical relationship, problems in having children, or if the health of the husband or wife is not well, or Mangli Dosh in the horoscope, lack of quality in Ashtakoot Melapak or bad Yoga in the horoscope.
The body relieves problems related to health, getting sick again and again, especially troubles related to stomach, heart, head, nerves. Less attainment by hard work, excess of expenses, inadequate of money, unreasonable expenses, problems to parents, not having a proper family relationship, problems related to home, land-building, vehicle, problems with debt sickness, trouble in going abroad, problem in job or employment, loss of reputation, promotion If there is obstruction, wearing Ruby Gems leads to progress and prosperity in every field.
People related to student life, people related to educational fields, politicians, clothes, catering, iron, medicine, cosmetic (cosmetics), consultancy, arts-science, science and technology, media-film, tour-tourism etc. Wearing ruby gems will be very beneficial.
Just as we take advantage of the TV channel sitting at home through the rays of Satellites, in the same way, the auspicious rays of the planets enter the body through the Gemstone, we get the benefit. The significance of the gemstone is that it has a unique kind of vibrancy. Which makes you a protective shield of your positive energy, so that negative and external energies do not disturb you.
माणिक सूर्य ग्रह का रत्न है। इसे अंग्रेजी में रूबी जेमस्टोन कहा जाता है। यह रत्न लाल , गुलावी रंग में मिलता है तथा ऊपर स्टार बना हुआ भी पाया जाता है, जिसे रूबी स्टार कहा जाता है । माणिक्य (रूबी) को बेहद मूल्यवान रत्न माना जाता है।
माणिक रत्न सिंह राशि के अलावे मेष, बृश्चिक, धनु, मीन, कर्क, मिथुन एवं कन्या राशि या लग्न वाले व्यक्ति को धारण करना चाहिए।
यदि जन्मकुंडली में सूर्य प्रथम , चतुर्थ , पंचम, नवम एवं दशम भाव का स्वामी हो तो माणिक रत्न धारण करना चाहिये। इसके अलावा सूर्य की महादशा, अंतर्दशा, प्रत्यंतर्दशा हो तो सूर्य रत्न माणिक धारण चाहिए। इसे मेडिकल क्षेत्र, कपडा, खान-पान, कॉस्मेटिक, ज्वेलरी, शिक्षण-क्षेत्र, फिल्म-मीडिया ,खेती- कृषि , टूर-ट्रेवल, भवन निर्माण ,शेयर मार्केट , इवेंट , न्यायालय , मार्केटिंग , मैनेजमेंट , राजनेता , प्रशासनिक ,लघु एवं कुटीर उद्योग , संस्था से जुड़े लोग ,डेयरी फार्म ,बैंकिंग क्षेत्र , गीत-संगीत एवं कला से जुड़े व्यक्ति को माणिक रत्न धारण करने से लाभ होता है। (माणिक रत्न को विधिवत प्राणप्रतिष्ठा करके सवा-लाख मन्त्रों का जप करके धारण करने से लाभ होता है।)
धारण करने का मंत्र- “ॐ सूर्याय नम: ”
पढाई में मन न लगना या पढाई में रूकावट, मानसिक शक्ति का ह्राष या याददाश्त कमजोर हो , विद्यार्थी जीवन में, उच्च शिक्षा में रूकावट , परीक्षा में बार बार असफल होना ,संतान से संबंधित कोई परेशानी हो तो , माणिक रत्न धारण करने से लाभ होता है। खासकर वैवाहिक पारिवारिक दृश्टिकोण से विवाह न हो पाना , विवाह में बात का न बन पाना , बनते बनते कट जाना , विवाह तय होकर कट जाना , विवाह में बिलम्व होना , इस तरह की परेशानी हो तो स्त्री एवं पुरूष को माणिक रत्न धारण करने से से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। इसके अलावा विवाह के बाद पति-पत्नी के संबंध ठीक नहीं रहते हो या आपसी संबंध खराब होने के कारन अलग होने की स्थिति बन जाय तो यह माणिक रत्न धारण करने से संबंध मजबूत होता हैं। इसके अलावा शारीरिक संबंध में परेशानी, संतान होने में परेशानी या पति पत्नी के स्वस्थ्य ठीक नहीं रहते हो , या जन्मकुंडली में मंगली दोष, अष्टकूट मेलापक में गुण का कम मिलना या कुंडली में वैधव्य योग हो तो माणिक रत्न धारण करने से लाभ होता हैं। शरीर स्वस्थ्य से संबंधित परेशानी ,बार बार बीमार पड़ना , खास कर पेट , हृदय, सर , नसों से संबंधित कष्ट को दूर करता है। मेहनत से कम प्राप्ति , खर्च की अधिकता , पैसे की वचत नहीं हो पाना ,अकारण व्यय , माता -पिता को परेशानी , पारिवारिक संबंध ठीक न रहना ,घर-माकन, भूमि-भवन वाहन से सम्बंधित परेशानी , ऋण रोग शत्रु से परेशानी , विवाह में विलम्ब होना या बात नहीं बन पाना या बनकर कट जाना , विवाह के बाद पति-पत्नी के सम्बन्ध ठीक न होना , देश-विदेश जाने में परेशानी , नौकरी या रोज़गार में परेशानी, प्रतिष्ठा की हानि , प्रमोशन में रूकावट हो तो माणिक रत्न धारण करने से प्रत्येक क्षेत्रों में उन्नति एवं प्रगति होती है। विद्यार्थी जीवन , शिक्षण क्षेत्रों से जुड़े लोग , राजनेता , कपडा , खानपान , लोहा , चिकित्सा , कॉस्मेटिक (सौंदय्र प्रसाधन), कंसल्टेंसी , कला -विज्ञान, साइंस-टेक्नोलॉजी , मीडिया-फ़िल्म , पर्यटन- वाहन इत्यादि व्यवसायों से जुड़े लोगो को माणिक रत्न धारण करने से लाभ होता है।
जिस प्रकार हम सेटेलोइट के किरणों के द्वारा घर बैठे टीवी चैनल का लाभ उठाते है उसि प्रकार ग्रहो की शुभ किरणे रत्न के द्वारा शरीर में प्रवेश करती है , इससे हमें लाभ की प्राप्ति होती है। रत्न का महत्व यह है कि इसमें अनोखे तरह का स्पदंन होता है। जो आपके लिए आप की सकारत्मक ऊर्जा का सुरक्षा कवच बना देता है, जिससे नकारात्मक एवं बाहरी ऊर्जाएं आपको परेशान नहीं कर पातीं।
* हमारे संस्थान से असली रत्न गारंटी के साथ दिया जाता है जिसके साथ असली होने का लैब सर्टिफिकेट होता है जो भारत सरकार से मान्यता प्राप्त लैब के द्वारा प्रमाणित होता है।
* हमारे संस्थान से रत्न को चांदी या अष्टधातु के अंगूठी या पेंडंट में निर्मति करके दिया जाता है।
* हमारे संस्थान से रत्न धारक के नाम एवं ग्रहों के अनुसार पूजा एवं अनुष्ठान के द्वारा अभिमंत्रित करके दिया जाता है ।
* रत्न को किस दिन एवं किस समय धारण करना हैं इसका सम्पूर्ण विवरण लिखकर दिया जाता है। (आपको सिर्फ रत्न धारण करना होता है। )
* इसके अलावा किसी प्रकार का प्रश्न हो तो आगे कभी भी आप संपर्क कर सकते है।