Lord Shiva Himself ruled The one mukhi Rudraksha with pure consciousness or Paramshiva. one mukhi rudraksha is the most divine, auspicious, and powerful bless of nature. It is the rarest in all mukhis of rudraksha, hence it is called king of rudraksha . one mukhi Rudraksha is shaped like Omkaara like that of an eye and is considered by Yogis as the eye of Shiva (Shivnetra).
(One Mukhi Rudraksha is duly worshiped and chanted 1.25 lakh mantras and wears it.)
The mantra to wear- “om hring namah” (“ऊँ ह्रीं नम:”)
Benefits of a Mukhi Rudraksha?
Women or men who wear one Mukhi Rudraksha always have all comfort of life (Laxmi) abode in their house and there is no shortage of money. Always triumphs over his enemies and attains honor, dignity, fame and salvation.
Loss of mind or hindrance in studies, mental power loss or memory is weak, student life, hindrance in higher education, frequent failures in examination, if there is any problem related to children, wearing One Mukhi Rudraksha would be beneficial. is. Trouble related to body health, getting sick again and again, getting less from hard work, excess of expenditure, inability to make money, unprovoked expenses, problems with parents, not having a proper family relationship, household abuse, vehicle problems , Debt, disease, trouble with the enemy, delay in marriage or, lack of relationship between husband and wife after marriage, trouble in going abroad , trouble in employment , loss of reputation, If there is a hindrance in promotion, wearing one mukhi Rudraksha leads to progress in every field.
specifically One mukhi Rudraksh to people associated with business like student life, people related to educational fields, politicians, clothes, food, iron, medicine, cosmetics, consultancy, science-technology, media-film, tourism-vehicles etc. Wearing it would be benefits.
How does Rudraksha affect the body
Just as we take advantage of the TV channel sitting at home through the rays of Satellite, in the same way, the auspicious rays of the planets enter the body through Rudraksh, we get the benefit from this. The importance of Rudraksha is that it has a unique kind of pulse. Which makes you a protective shield of your positive energy, so that negative and external energies do not disturb you.
Why take it from us
* Genuine Rudraksh from our institute is given with guarantee along with lab certificate which is certified by a Government of India accredited lab.
* Rudraksh is given in pendant of silver or ashtadhatu .
* According to the name and Rashi of Rudraksh holder from our institute it is given by inviting worship and rituals.
* Complete description of which day and time to wear Rudraksha is given. (You just have to wear Rudraksha.)
* Apart from this, if you have any type of question, then you can contact us anytime.
शिवपुराण के अनुसार, एक मुख वाला रुद्राक्ष साक्षात भगवान शिव का स्वरूप है। | एकमुखी रुद्राक्ष का आकार ओंकार होता है। इसमें साक्षात भगवान शिव का वास होता है। एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शिव की शक्तियां प्राप्त होती है । सुखमय जीवन के लिए प्रत्येक व्यक्ति को एक मुखी रुद्राक्ष अवश्य ही धारण करना चाहिए । जहां इस रूद्राक्ष की पूजा होती है, वहां से लक्ष्मी दूर नहीं जाती अर्थात जो भी इसे धारण करता है वह कभी गरीब नहीं होता। (इस रुद्राक्ष को विधिवत प्राणप्रतिष्ठा करके सवा-लाख मन्त्रों का जप करके धारण करने से लाभ होता है।)
धारण करने का मंत्र- ऊं ह्रीं नम:
जो स्त्री अथवा पुरुष एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करते है , उनके घर में सदैव लक्ष्मी का वास होता है तथा धन की कभी कमी नहीं होती है। अपने शत्रुओं पर सदैव विजय प्राप्त करता है तथा मान - सम्मान , प्रतिष्ठा , यश और मोक्ष की प्राप्ति करता है। पढाई में मन न लगना या पढाई में रूकावट, मानसिक शक्ति का ह्राष या याददाश्त कमजोर हो , विद्यार्थी जीवन में, उच्च शिक्षा में रूकावट , परीक्षा में बार बार असफल होना ,संतान से संबंधित कोई परेशानी हो तो , एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है। शरीर स्वस्थ्य से संबंधित परेशानी ,बार बार बीमार पड़ना , मेहनत से कम प्राप्ति , खर्च की अधिकता , पैसे की वचत नहीं हो पाना ,अकारण व्यय , माता -पिता को परेशानी , पारिवारिक संबंध ठीक न रहना ,घर-माकन, भूमि-भवन वाहन से सम्बंधित परेशानी , ऋण रोग शत्रु से परेशानी , विवाह में विलम्ब होना या बात नहीं बन पाना या बनकर कट जाना , विवाह के बाद पति-पत्नी के सम्बन्ध ठीक न होना , देश-विदेश जाने में परेशानी , नौकरी या रोज़गार में परेशानी, प्रतिष्ठा की हानि , प्रमोशन में रूकावट, व्यापर में हानि हो तो एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से प्रत्येक क्षेत्रों में उन्नति एवं प्रगति होती है। विद्यार्थी जीवन , शिक्षण क्षेत्रों से जुड़े लोग , राजनेता , कपडा , खानपान , लोहा , चिकित्सा , कॉस्मेटिक (सौंदय्र प्रसाधन), कंसल्टेंसी , कला -विज्ञान, साइंस-टेक्नोलॉजी , मीडिया-फ़िल्म , पर्यटन- वाहन इत्यादि व्यवसायों से जुड़े लोगो को एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है।
जिस प्रकार हम सेटेलोइट के किरणों के द्वारा घर बैठे टीवी चैनल का लाभ उठाते है उसि प्रकार ग्रहो की शुभ किरणे रुद्राक्ष के द्वारा शरीर में प्रवेश करती है , इससे हमें लाभ की प्राप्ति होती है। रुद्राक्ष का महत्व यह है कि इसमें एक अनोखे तरह का स्पदंन होता है। जो आपके लिए आप की सकारत्मक ऊर्जा का एक सुरक्षा कवच बना देता है, जिससे नकारात्मक एवं बाहरी ऊर्जाएं आपको परेशान नहीं कर पातीं।
* हमारे संस्थान से असली रुद्राक्ष गारंटी के साथ दिया जाता है जिसके साथ असली होने का लैब सर्टिफिकेट होता है जो भारत सरकार से मान्यता प्राप्त लैब के द्वारा प्रमाणित होता है।
* हमारे संस्थान से रुद्राक्ष को चांदी या अष्टधातु में निर्मति करके दिया जाता है।
* हमारे संस्थान से रुद्राक्ष धारक के नाम एवं ग्रहों के अनुसार पूजा एवं अनुष्ठान के द्वारा अभिमंत्रित करके दिया जाता है ।
* रुद्राक्ष को किस दिन एवं किस समय धारण करना हैं इसका सम्पूर्ण विवरण लिखकर दिया जाता है। (आपको सिर्फ रुद्राक्ष धारण करना होता है। )
* इसके अलावा किसी प्रकार का प्रश्न हो तो आगे कभी भी आप संपर्क कर सकते है।