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Cat’s Eye (Lahsuniya) (Lahsuniya) Gemstone

According to Vedic astrology, Chrysoberyl Cat’s Eye (Lahsuniya) also known as lehsunia or vaidurya is the gemstone of Planet Ketu or South Node of the Moon. It is a gemstone with intense planetary energies and shows effects quite fast. The factor which makes cats eye gemstone an outstanding gemstone is its significant affliction with a vengeful planet of the solar system the Ketu which denotes the south node of the moon.

Cat’s Eye (Lahsuniya) (Lahsuniya in Hindi) is a precious gemstone found in shades of colors like gray, black, honey and yellowish green. The planet Ketu is recognized to hold karmic influences thus, the ferocious planet affects the lives of all individuals either in a positive manner or negative manner as per their existence or presence in the horoscope of a person.

Who should wear it?

Those who have Ketu in the horoscope or in the triangle , should not wear the gemstone of Ketu in that house, instead of holding the Cat’s Eye (Lahsuniya) gemstone . In the case of Ketu, it is said that the spirit in which Ketu is situated takes all the powers of the master of that house in his own right. It is worth noting here that if Ketu is situated in the eighth house or 6th or 12th house, then wearing Cat’s Eye (Lahsuniya) should be avoided.

Apart from this, in the horoscope, if Kalasarp Dosh is Pitru Dosha or Ketu's Mahadasha, Antradha, Pratyantardasha, then one should wear Cat’s Eye (Lahsuniya) Gemstone.

If you have trouble in married life or geting married, wearing Cat’s Eye (Lahsuniya) is beneficial. Apart from this, person associated to teaching and speaking and clothing sector, arts and sciences, medical sector, food, cosmetic, jewelery, education sector, film-media, farming-agriculture, tour-travel, building construction, stock market, events , Courts, marketing, management, politicians, administrative, hotel  industries, people associated with the institution, dairy farms, banking sector, people associated with song, music and art Is beneficial to wear Cat’s Eye (Lahsuniya) gem.

(Wearing garlic gemstone duly worshiped and chanting 1.25 lakh mantras is beneficial.)

The mantra to wear - "om keng ketwey namah" ( “ऊँ कें केतवे नम:”)

Benefits of Cat’s Eye (Lahsuniya)  gemstone?

mental power deprivation or memory is weak, student life, hindrance in higher education, frequent failure in examinations, if there is any problem related to children, holding Cat’s Eye (Lahsuniya)  gems would be beneficial.

Particularly from marital family view, not getting married, having problems like this if the woman and man are wearing Cat’s Eye (Lahsuniya)  gems, Soon marriages are formed.

Apart from this, if the relationship between husband and wife is not good after marriage or if there is a situation of separation due to deteriorating relationship, then wearing this Cat’s Eye (Lahsuniya)  gem will strengthen the relationship.

Apart from this, there is a benefit in wearing Cat’s Eye (Lahsuniya)  gems if there are problems in physical relationship, problems in having children, or if the health of the husband or wife is not well, or Mangli Dosh in the horoscope, lack of quality in Ashtakoot Melapak or bad Yoga in the horoscope.

The body relieves problems related to health, getting sick again and again, especially troubles related to stomach, heart, head, nerves. Less attainment by hard work, excess of expenses, inadequate of money, unreasonable expenses, problems to parents, not having a proper family relationship, problems related to home, land-building, vehicle, problems with debt sickness, trouble in going abroad, problem in job or employment, loss of reputation, promotion If there is obstruction, wearing Cat’s Eye (Lahsuniya)   Gems leads to progress and prosperity in every field.

People related to student life, people related to educational fields, politicians, clothes, catering, iron, medicine, cosmetic (cosmetics), consultancy, arts-science, science and technology, media-film, tour-tourism etc. Wearing Cat’s Eye (Lahsuniya)  gems will be very beneficial.

How does Cat’s Eye (Lahsuniya)  gemstone affect the body?

Just as we take advantage of the TV channel sitting at home through the rays of Satellites, in the same way, the auspicious rays of the planets enter the body through the Gemstone, we get the benefit. The significance of the gemstone is that it has a unique kind of vibrancy. Which makes you a protective shield of your positive energy, so that negative and external energies do not disturb you.

Why take it from us?

* Genuine gemstone from our institute is given with a guarantee along with a lab certificate of authenticity which is certified by a lab recognized by the Government of India.

* Gemstone from our institute is given in a ring or pendant of silver or ashtadhatu.

* According to the name, gotra and rashi of the gem holder from our institution, they are given to them by worshiping and performing rituals.

* A complete description of which day and time to wear the gemstone is given. (You just have to wear gems.)

* Apart from this, if you have any type of question, then you can contact us anytime.

लहसुनिया रत्न ?

लहसुनिया केतु ग्रह का रत्न हैं। लहसुनिया को अंग्रेजी में कैट्स आई (CATS EYE) कहा है। इस रत्न को केतु की शुभता पाने के लिए धारण किया जाता हैं। इसे वैदूर्य मणि, सूत्र मणि, केतु रत्न, कैट्स आई, विडालाक्ष के नाम से भी जाना जाता है। इस रत्न का रंग हल्का पीला होता है। यह रत्न दिखने में थोड़ा-सा बिल्ली की आंख जैसा भी प्रतीत होता है।

किसे धारण करना चाहिए ?

जिन व्यक्तियों की कुंडली में केतु लग्न या त्रिकोण भाव में स्थित हों तो उस भाव के भावेश का रत्न धारण न करके केतु का रत्न धारण करना चाहिए। केतु के विषय में यह कहा जाता हैं कि केतु जिस भाव में स्थित होता हैं उस भाव के स्वामी की सभी शक्तियों को अपने अधिकार क्षॆत्र में ले लेता हैं। यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि यदि केतु अष्टम भाव या 6वें अथवा 12वें भाव में स्थित हों तो लहसुनिया पहनने से बचना चाहिए।

इसके अलावा जन्मकुंडली में कालसर्प दोष पितृ दोष हो या केतु की महादशा, अंतर्दशा, प्रत्यंतर्दशा हो तो लहसुनिया रत्न धारण करना चाहिए।

लहसुनिया रत्न वैवाहिक जीवन एवं दांपत्य जीवन में परेशानी हो तो धारण करने से लाभ होता है। इसके अलावा शिक्षण एवं बोलने से संबंधित क्षेत्र तथा कपडा क्षेत्र, कला एवं विज्ञान, मेडिकल क्षेत्र, खान-पान, कॉस्मेटिक, ज्वेलरी, शिक्षण-क्षेत्र, फिल्म-मीडिया ,खेती- कृषि , टूर-ट्रेवल, भवन निर्माण ,शेयर मार्केट , इवेंट , न्यायालय , मार्केटिंग , मैनेजमेंट , राजनेता , प्रशासनिक ,लघु एवं कुटीर उद्योग , संस्था से जुड़े लोग ,डेयरी फार्म ,बैंकिंग क्षेत्र , गीत-संगीत एवं कला से जुड़े व्यक्ति को लहसुनिया रत्न धारण करने से लाभ होता है।

(लहसुनिया रत्न को विधिवत प्राणप्रतिष्ठा करके सवा-लाख मन्त्रों का जप करके धारण करने से लाभ होता है।)

धारण करने का मंत्र- “ऊँ कें केतवे नम:”

लहसुनिया रत्न के लाभ ?

आपसी संबंध में परेशानी, मन में अशांति, पढाई में मन न लगना या पढाई में रूकावट, मानसिक शक्ति का ह्राष या याददाश्त कमजोर हो , विद्यार्थी जीवन में, उच्च शिक्षा में रूकावट , परीक्षा में बार बार असफल होना ,संतान से संबंधित कोई परेशानी हो तो , लहसुनिया रत्न धारण करने से लाभ होता है।

खासकर वैवाहिक पारिवारिक दृश्टिकोण से विवाह न हो पाना , विवाह में बात का न बन पाना , बनते बनते कट जाना , विवाह तय होकर कट जाना , विवाह में बिलम्व हो ना , इस तरह की परेशानी हो तो स्त्री एवं पुरूष को लहसुनिया रत्न धारण करने से से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। इसके अलावा विवाह के बाद पति-पत्नी के संबंध ठीक नहीं रहते हो या आपसी संबंध खराब होने के कारन अलग होने की स्थिति बन जाय तो यह लहसुनिया रत्न धारण करने से संबंध मजबूत होता हैं। इसके अलावा शारीरिक संबंध में परेशानी, संतान होने में परेशानी या पति पत्नी के स्वस्थ्य ठीक नहीं रहते हो , या जन्मकुंडली में अष्टकूट मेलापक में गुण का कम मिलना या कुंडली में वैधव्य योग हो तो लहसुनिया रत्न धारण करने से लाभ होता हैं।

शरीर स्वस्थ्य से संबंधित परेशानी ,बार बार बीमार पड़ना , खास कर पेट , हृदय, सर , नसों से संबंधित कष्ट को दूर करता है। मेहनत से कम प्राप्ति , खर्च की अधिकता , पैसे की वचत नहीं हो पाना ,अकारण व्यय , माता -पिता को परेशानी , पारिवारिक संबंध ठीक न रहना ,घर-माकन, भूमि-भवन वाहन से सम्बंधित परेशानी , ऋण रोग शत्रु से परेशानी , विवाह में विलम्ब होना या बात नहीं बन पाना या बनकर कट जाना , विवाह के बाद पति-पत्नी के सम्बन्ध ठीक न होना , देश-विदेश जाने में परेशानी , नौकरी या रोज़गार में परेशानी, प्रतिष्ठा की हानि , प्रमोशन में रूकावट हो तो लहसुनिया रत्न धारण करने से प्रत्येक क्षेत्रों में उन्नति एवं प्रगति होती है।

विद्यार्थी जीवन , शिक्षण क्षेत्रों से जुड़े लोग , राजनेता , कपडा , खानपान , लोहा एवं मशीन, चिकित्सा , कॉस्मेटिक (सौंदय्र प्रसाधन), कंसल्टेंसी , कला -विज्ञान, साइंस-टेक्नोलॉजी , मीडिया-फ़िल्म , पर्यटन- वाहन इत्यादि व्यवसायों से जुड़े लोगो को लहसुनिया रत्न धारण करने से लाभ होता है।

शरीर के ऊपर लहसुनिया रत्न का प्रभाव कैसे होता हैं ?

जिस प्रकार हम सेटेलोइट के किरणों के द्वारा घर बैठे टीवी चैनल का लाभ उठाते है उसि प्रकार ग्रहो की शुभ किरणे रत्न के द्वारा शरीर में प्रवेश करती है , इससे हमें लाभ की प्राप्ति होती है। रत्न का महत्व यह है कि इसमें अनोखे तरह का स्पदंन होता है। जो आपके लिए आप की सकारत्मक ऊर्जा का सुरक्षा कवच बना देता है, जिससे नकारात्मक एवं बाहरी ऊर्जाएं आपको परेशान नहीं कर पातीं।

हमारे यहाँ से क्यों ले ?

* हमारे संस्थान से असली रत्न गारंटी के साथ दिया जाता है जिसके साथ असली होने का लैब सर्टिफिकेट होता है जो भारत सरकार से मान्यता प्राप्त लैब के द्वारा प्रमाणित होता है।

* हमारे संस्थान से रत्न को चांदी या अष्टधातु के अंगूठी या पेंडंट में निर्मति करके दिया जाता है।

* हमारे संस्थान से रत्न धारक के नाम एवं ग्रहों के अनुसार पूजा एवं अनुष्ठान के द्वारा अभिमंत्रित करके दिया जाता है ।

* रत्न को किस दिन एवं किस समय धारण करना हैं इसका सम्पूर्ण विवरण लिखकर दिया जाता है। (आपको सिर्फ रत्न धारण करना होता है। )

* इसके अलावा किसी प्रकार का प्रश्न हो तो आगे कभी भी आप संपर्क कर सकते है।

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