18 मुखी रुद्राख भूमीदेवी का स्वरुप है। 18 मुखी रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से ऊपर से निचे 18 स्पष्ट धारियां बनी होती है। यह धारणकर्ता के लिए व्यवसाय, भूमी व्यवहार तथा आपार वैभव के रास्ते खोलने वाला एक शक्तिशाली रुद्राक्ष है। इसे धारण करने से यश ,धन एवं प्रतिष्ठा की प्राप्ति तथा रोग से मुक्ति मिलती है। (इस रुद्राक्ष को विधिवत प्राणप्रतिष्ठा करके सवा-लाख मन्त्रों का जप करके धारण करने से लाभ होता है।) धारण करने का मंत्र- “ॐ भूमि देव्यै नमः”
पढाई में मन न लगना या पढाई में रूकावट, मानसिक शक्ति का ह्राष या याददाश्त कमजोर हो , विद्यार्थी जीवन में, उच्च शिक्षा में रूकावट , परीक्षा में बार बार असफल होना ,संतान से संबंधित कोई परेशानी हो तो , 18 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है। शरीर स्वस्थ्य से संबंधित परेशानी ,बार बार बीमार पड़ना , खास कर पेट , हृदय, सर , नसों से संबंधित कष्ट को दूर करता है। मेहनत से कम प्राप्ति , खर्च की अधिकता , पैसे की वचत नहीं हो पाना ,अकारण व्यय , माता -पिता को परेशानी , पारिवारिक संबंध ठीक न रहना ,घर-माकन, भूमि-भवन वाहन से सम्बंधित परेशानी , ऋण रोग शत्रु से परेशानी , विवाह में विलम्ब होना या बात नहीं बन पाना या बनकर कट जाना , विवाह के बाद पति-पत्नी के सम्बन्ध ठीक न होना , देश-विदेश जाने में परेशानी , नौकरी या रोज़गार में परेशानी, प्रतिष्ठा की हानि , प्रमोशन में रूकावट हो तो 18 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से प्रत्येक क्षेत्रों में उन्नति एवं प्रगति होती है। विद्यार्थी जीवन , शिक्षण क्षेत्रों से जुड़े लोग , राजनेता , कपडा , खानपान , लोहा , चिकित्सा , कॉस्मेटिक (सौंदय्र प्रसाधन), कंसल्टेंसी , कला -विज्ञान, साइंस-टेक्नोलॉजी , मीडिया-फ़िल्म , पर्यटन- वाहन इत्यादि व्यवसायों से जुड़े लोगो को 18 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है।
जिस प्रकार हम सेटेलोइट के किरणों के द्वारा घर बैठे टीवी चैनल का लाभ उठाते है उसि प्रकार ग्रहो की शुभ किरणे रुद्राक्ष के द्वारा शरीर में प्रवेश करती है , इससे हमें लाभ की प्राप्ति होती है। रुद्राक्ष का महत्व यह है कि इसमें अनोखे तरह का स्पदंन होता है। जो आपके लिए आप की सकारत्मक ऊर्जा का सुरक्षा कवच बना देता है, जिससे नकारात्मक एवं बाहरी ऊर्जाएं आपको परेशान नहीं कर पातीं।
* हमारे संस्थान से असली रुद्राक्ष गारंटी के साथ दिया जाता है जिसके साथ असली होने का लैब सर्टिफिकेट होता है जो भारत सरकार से मान्यता प्राप्त लैब के द्वारा प्रमाणित होता है।
* हमारे संस्थान से रुद्राक्ष को चांदी या अष्टधातु में निर्मति करके दिया जाता है।
* हमारे संस्थान से रुद्राक्ष धारक के नाम एवं ग्रहों के अनुसार पूजा एवं अनुष्ठान के द्वारा अभिमंत्रित करके दिया जाता है ।
* रुद्राक्ष को किस दिन एवं किस समय धारण करना हैं इसका सम्पूर्ण विवरण लिखकर दिया जाता है। (आपको सिर्फ रुद्राक्ष धारण करना होता है। )
* इसके अलावा किसी प्रकार का प्रश्न हो तो आगे कभी भी आप संपर्क कर सकते है।